क्रिकेट में बल्लेबाजी और गेंदबाजी का जितना महत्त्व होता है, उतना ही फील्डिंग का भी है. 2024 का टी20 वर्ल्ड कप भारत ने जीता, उसका क्रेडिट सूर्यकुमार यादव के उस कैच को भी दिया जाता है जो उन्होंने आखिरी ओवर में बॉउंड्री लाइन पर पकड़ा. एक कैच या रन आउट, पूरे मैच का रुख पलट सकता है. ऐसे ही अगर किसी टीम की फील्डिंग खराब हो तो वो जीते जिताए मैच को भी हार सकती है. काफी समय से पाकिस्तान क्रिकेट टीम की पहचान एक खराब फील्डिंग वाली टीम के रूप में बन गई है. एशिया कप 2025 से पहले जो खबर आई है, वो उनके मनोबल को और कम कर सकती है.
एक बल्लेबाज के पास नेचुरल टैलेंट हो सकता है, गेंदबाजी गॉड गिफ्टेड हो सकती है लेकिन अच्छी फील्डिंग के लिए अभ्यास का बहुत बड़ा रोल होता है. खराब फील्डिंग करने वाली टीम की बात होगी तो पाकिस्तान का नाम भी जहन में आता है और हालिया आंकड़े भी यही बयां करते हैं. रिपोर्ट में आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा गया है कि विभिन्न मानदंडों पर 41 टीमों का मूल्यांकन किया गया और सबसे खराब फील्डिंग करने वाली टीम पाकिस्तान है.
2024 से पाकिस्तान की फील्डिंग के फैक्ट
आंकड़ों के अनुसार पाकिस्तान क्रिकेट टीम ने 2024 से अभी तक 48 कैच छोड़े हैं. उनकी टीम के प्लेयर्स द्वारा 89 मिसफील्ड की गई है. इस मामले में वेस्टइंडीज दूसरे नंबर नंबर पर है. पाकिस्तान टीम ने 98 बार रन आउट के मौके छोड़े हैं, जबकि दूसरे नंबर की टीम ने 73 मौके छोड़े हैं. ओवरथ्रो गेंदों पर 16 बार टीम चूकी है. पाकिस्तान की कैचिंग एफिशिएंसी 81.4 प्रतिशत है, और इस मामले में वह आईसीसी के पूर्ण 12 सदस्यों में आयरलैंड के साथ संयुक्त रूप से आठवें नंबर पर है.
Pakistan Ranking: एशिया कप शुरू होने से पहले पाकिस्तान की टीम 41वें नंबर पर पहुंची, रैंकिंग में बड़ा झटका
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