Coast Guard: भारतीय तटरक्षक बल के बेड़े में सोमवार को एक नया जहाज शामिल हुआ है. तटरक्षक बल का यह जहाज ‘अचल’ एक पेट्रोलिंग जहाज है. ‘अचल’ का मुख्य उद्देश्य समुद्री सुरक्षा, निगरानी, नियंत्रण और समुद्र में गश्त करना है. यह पोत विशेष रूप से अपतटीय परिसंपत्तियों और द्वीपीय क्षेत्रों की सुरक्षा में सहायक होगा.
आठ फास्ट पेट्रोल वेसलों की श्रृंखला में ‘अचल’ 5वां पोत
यह पोत विभिन्न और महत्वपूर्ण उपकरणों से सुसज्जित है. भारतीय तटरक्षक बल के नए पोत ‘अचल’ में स्वदेशी निर्माण की बड़ी झलक दिखाई देती है. इसमें 60 प्रतिशत से अधिक स्वदेशी सामग्री का उपयोग किया गया है. भारतीय तटरक्षक बल का यह पोत 52 मीटर लंबा और 8 मीटर चौड़ा है. इस आधुनिक पोत का वजन 320 टन है. इसमें सीपीपी-आधारित प्रणोदन प्रणाली लगी है. इस प्रणाली के कारण यह पोत अधिकतम 27 नॉट्स की गति प्राप्त कर सकता है.
भारतीय तटरक्षक बल के लिए गोवा शिपयार्ड लिमिटेड द्वारा इस पोत का निर्माण किया गया है. आठ फास्ट पेट्रोल वेसलों की श्रृंखला में ‘अचल’ पांचवां पोत है. सोमवार को गोवा में इसका भव्य जलावतरण किया गया. यह जलावतरण कविता हरबोला द्वारा तटरक्षक कमांडर (पश्चिमी समुद्री क्षेत्र) अतिरिक्त महानिदेशक अनिल कुमार हरबोला की उपस्थिति में संपन्न हुआ.
परियोजना की लागत 473 करोड़ रुपए
यह पोत अमेरिकन ब्यूरो ऑफ शिपिंग और इंडियन रजिस्ट्री ऑफ शिपिंग के तहत सख्त दोहरी श्रेणी प्रमाणन मानकों के अनुरूप डिजाइन और निर्मित किया गया है. इसका जलावतरण भारतीय तटरक्षक बल और गोवा शिपयार्ड लिमिटेड के दीर्घकालिक सहयोग में एक और मील का पत्थर है. इसके साथ ही यह रक्षा निर्माण में आत्मनिर्भरता की दिशा में एक सशक्त कदम है.
473 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित इस परियोजना ने स्थानीय उद्योग को भी व्यापक रूप से प्रोत्साहन प्रदान किया है. इसमें विभिन्न फैक्ट्रियों और गोवा शिपयार्ड में कार्यरत एमएसएमई को रोजगार के अवसर प्राप्त हुए हैं. इस अवसर पर गोवा शिपयार्ड लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक बृजेश कुमार उपाध्याय सहित भारतीय नौसेना, तटरक्षक बल, शिपयार्ड तथा अन्य प्रतिष्ठित अधिकारी उपस्थित थे.
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