Ayodhya Ram Darbar Pran Pratishtha 2025: श्री राम जन्मभूमि एक बार फिर प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है, इस बार भगवान राम राजा रूप में अपने पूरे परिवार संग विराजित होंगे. राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा का भव्य कार्यक्रम 5 जून 2025 को होगा.
इसके अनुष्ठा अनुष्ठान 3 जून से शुरू हो चुके हैं.इसके अलावा परिसर में सात अन्य मंदिरों का निर्माण किया गया है. आइए जानते हैं राजा राम के साथ किन देवी-देवताओं की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी.
अयोध्या राम मंदिर 5 जून 2025 को प्राण प्रतिष्ठा
रामलला के बाद अब अयोध्या में भक्तों को राम दरबार के दर्शन भी हो सकेंगे. 5 जून को मंदिर के प्रथम तल पर प्रभु श्री राम के साथ,माता सीता,भरत, शत्रुघ्न और हनुमान जी की मूर्तियां गर्भ गृह में विराजमान होंगी. इस दिन देव विग्रहों में प्राणों का आधान होगा. पुजारी 1975 मंत्रों का पाठ कर रहे हैं. साथ ही मूर्तियों का शुद्धिकरण भी किया जा रहा है.
कौन-कौन सी मूर्तियां होंगी शामिल ?
मूर्ति | जगह |
राम दरबार | प्रथम तल |
शिव | मंदिर के ईशान कोण में |
शेषावतार | वायव्य कोण |
मां अन्नापूर्णा | उत्तर दिशा के बीच |
मां दुर्गा | उत्तर दिशा के बीच |
भगवान सूर्य देव | नैऋत्य कोण |
गणेश जी | अग्नि कोण |
बजरंगबली | दक्षिण दिशा के बीच |
प्राण प्रतिष्ठा से पहले क्यों करते हैं मूर्तियों का शुद्धिकरण ?
जिन मूर्तियों की स्थापना की जाएगा, उनका पंचगव्य से स्नान करवाकर शुद्धिकरण किया जा चुका है. मूर्ति बनाते समय प्रतिमा को छेनी, हथौड़े से तराशा जाता है, जिससे उन पर चोट लगती है. चोट लगने की वजह से मूर्तियों से माफी मांगी जाती है. इसलिए वैदिक विधि विधान के साथ मूर्तियों का शुद्धिकरण किया जाता है.
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