Shashi Tharoor Controversy: पनामा में एक बहुपक्षीय कार्यक्रम में कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने आतंकवाद के विरुद्ध भारत की हालिया प्रतिक्रियाओं की सराहना की थी. उन्होंने कहा कि 2016 में उरी और 2019 में बालाकोट सर्जिकल स्ट्राइक के बाद आतंकवादियों को समझ आ गया है कि उन्हें इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी.साथ ही उन्होंने ये कहा कि यह पहली बार था जब भारत ने LoC और अंतर्राष्ट्रीय सीमा पार की — एक कथन जो भारत सरकार के पिछले सैन्य अभियान को अभूतपूर्व दर्शाता है.
शशि थरूर के इस बयान के तुरंत बाद कांग्रेस के भीतर घमासान शुरू हो गया. कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने थरूर की ही किताब “The Paradoxical Prime Minister” से एक अंश साझा किया जिसमें थरूर ने मोदी सरकार पर सेना का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया था. खेड़ा ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा कि मैं थरूर से सहमत हूं जिसने यह किताब लिखी थी. इसके अलावा कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक व्यंग्यात्मक कविता के साथ थरूर को आड़े हाथों लिया. उन्होंने अंग्रेजी में लिखा कि ”Oh what a tangled web we weave, when we first practice to deceive”.
I agree with that Dr @ShashiTharoor who wrote about surgical strikes in his book in 2018 – ‘The Paradoxical Prime Minister’. #ReadingNow pic.twitter.com/hAhsfwH0JT
— Pawan Khera 🇮🇳 (@Pawankhera) May 29, 2025
शशि थरूर ने बयानों पर दी प्रतिक्रिया
उदित राज ने तो थरूर को बीजेपी का सुपर प्रवक्ता करार दे दिया और कहा कि थरूर बीजेपी से बेहतर मोदी की प्रशंसा कर रहे हैं. मामले पर कांग्रेस के उच्च पदस्थ सूत्रों ने स्पष्ट किया कि थरूर की टिप्पणी पार्टी के स्थापित रुख के खिलाफ थी. एक नेता ने कहा कि हम लोकतांत्रिक पार्टी हैं लेकिन थरूर ने इस बार लक्ष्मण रेखा पार कर दी है. सूत्रों का मानना है कि नेताओं को व्यक्तिगत विचारों की बजाय पार्टी लाइन पर ध्यान देना चाहिए. विशेषकर ऐसे संवेदनशील मुद्दों पर जो राष्ट्रीय सुरक्षा और सरकारी श्रेय से जुड़े हों. हालांकि, मुद्दे पर थरूर ने सोशल मीडिया पर कहा कि मैं स्पष्ट रूप से आतंकवादी हमलों की प्रतिक्रिया की बात कर रहा था, युद्धों की नहीं. आलोचकों और ट्रोल्स को मेरे शब्दों को तोड़-मरोड़ कर पेश करने की आदत है. उन्होंने यह भी कहा मैं पार्टी प्रवक्ता नहीं हूं, यह मेरी व्यक्तिगत हैसियत से दी गई राय थी.