दिल्ली में मंगलवार (19 अगस्त, 2025) को ‘विदर इंडिया-पाकिस्तान रिलेशंस टुडे’ किताब के विमोचन समारोह में कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने शिरकत की. पहलगाम आतंकी हमले को लेकर उन्होंने कहा कि भारत के पास इस सब पर प्रतिक्रिया देने के लिए बहुत अधिक विकल्प नहीं थे. पहलगाम के कुछ दिनों बाद मैंने ठीक इसी बात की वकालत करते हुए एक ओप-एड लिखा था. मुझे यह एहसास नहीं था कि दिल्ली में कोई भी मेरा ओप-एड पढ़ेगा. यही कारण है कि मैं इसका इतना समर्थक था.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने कहा कि 2019 में बालाकोट और अब ऑपरेशन सिंदूर कर भारत ने बहुत स्पष्ट संदेश दिया है कि हम आतंक के खिलाफ चुप नहीं बैठेंगे. उन्होंने कहा कि बार-बार विश्वासघात झेलने के बाद पाकिस्तान के साथ संबंध सामान्य करने की दिशा में पहला कदम उठाने की भारत में अब इच्छा नहीं है.
‘पाकिस्तान को अपनी धरती से खत्म करना होगा आतंकवाद’तिरुवनंतपुरम से सांसद शशि थरूर ने पाकिस्तान को उनकी धरती से संचालित आतंकवादी नेटवर्क को ध्वस्त कर ईमानदारी दिखाने की अपील की. उन्होंने कहा कि 1950 में लियाकत अली खान के साथ जवाहरलाल नेहरू के समझौते से लेकर 1999 में अटल बिहारी वाजपेयी की लाहौर बस यात्रा और 2015 में नरेंद्र मोदी की लाहौर यात्रा तक भारत के हर प्रयास को सीमा पार से शत्रुता के कारण सिर्फ धोखा ही मिला है.
उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी व्यवहार के रिकॉर्ड को देखते हुए जिम्मेदारी उन्हीं की है. उन्हें ही अपनी धरती पर आतंकवाद के ढांचे को ध्वस्त करने के लिए गंभीरता दिखाने का पहला कदम उठाना होगा.
सीजफायर को लेकर थरूर ने क्या कहा भारत-पाकिस्तान सीजफायर को लेकर कांग्रेस सांसद ने कहा कि 9-10 मई की रात को हुए सफल हमले और 10 मई की सुबह दिल्ली में मिसाइलें भेजने के पाकिस्तानी प्रयास को विफल करने की भारत की क्षमता के कारण पाकिस्तानी डीजीएमओ ने भारतीय समकक्ष से शांति की अपील की. भारत पाकिस्तान सीजफायर में ट्रंप का कोई रोल नहीं है.
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