Sunderkand Path: शनिवार को करें सुंदरकांड का पाठ, होंगे ये चमत्कारिक लाभ

by Carbonmedia

Sunderkand Path: ‘सुंदरकांड’ रामायण का महत्वपूर्ण और लोकप्रिय भाग है, जिसका यदि सही तरीके से पाठ किया जाए तो जीवन में चमत्कारिक रूप से सकारात्मक बदलाव आते हैं. ऐसी मान्यता है कि, जहां सुंदरकांड का पाठ किया जाता है, वहां किसी न किसी रूप में बजरंगबली की उपस्थिति भी होती है. बजरंगबली को प्रसन्न करने और उनका आशीर्वाद पाने के लिए सुंदरकांड का पाठ अवश्य करना चाहिए.


बजरंगबली की पूजा के लिए मंगलवार का दिन सबसे उत्तम होता है और इस दिन सुंदरकांड का पाठ भी किया जाता है. लेकिन मंगलवार के साथ ही शनिवार के दिन भी सुंदरकांड का पाठ करने के कई लाभ हैं. शनिवार का दिन शनि देव को समर्पित है. ऐसे में यदि मंगलवार के साथ शनिवार के दिन भी इसका पाठ किया जाए तो हनुमान जी के साथ शनिदेव का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है. आइये जानते हैं शनिवार के दिन सुंदरकांड का पाठ करने के और क्या-क्या लाभ हैं.


शनिवार के दिन सुंदरकांड पाठ के लाभ (Sunderkand Path Benefits)



  • पौराणिक कथा के अनुसार शनि देव भले ही क्रूर देवता माने जाते हैं, जिससे सभी डरते हैं. लेकिन शनि देव हनुमान जी से भय रखते हैं. ऐसे में शनिवार के दिन हनुमान जी की पूजा करने और सुंदरकांड का पाठ करने से शनि की बुरी दशा का प्रभाव कम होता है.

  • एक अन्य कथा के अनुसार, एक बार हनुमान जी ने शनि देव के प्राण की रक्षा की थी और उन्हें रावण के कैद से मुक्त कराया था. तब हनुमान जी ने शनि देव से वचन लिया था कि, शनिवार के दिन जो भक्त आपके साथ मेरी भी पूजा करेंगे आप उन्हें कभी परेशान नहीं करेंगे. इसलिए शनिवार के दिन जो भक्त सुंदरकांड का पाठ करते हैं उन्हें शनि देव कभी दंड नहीं देते.

  • रामचरित मानस के सभी अध्याय में सुंदरकांड का महत्व सबसे अधिक है. इस अध्याय में राम जी के परम भक्त हनुमान के गुणों और भक्ति के बारे में बताया गया है. इसका पाठ करने से शीघ्र मनोकामना पूर्ण होती है.

  • सुंदरकांड का पाठ करने वाले भक्तों को किसी तरह का भय नहीं सताता, नकारात्मक ऊर्जा उनसे दूर रहती है, आत्मविश्वास बढ़ता है और हनुमान जी से बल-बुद्धि का आशीर्वाद भी मिलता है.


ये भी पढ़ें: Sawan Shivratri 2025 Date: सावन शिवरात्रि कब है, यहां जानें तिथि और शिव पूजा का मुहूर्त




Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.



Related Articles

Leave a Comment