एबीपी न्यूज़ के शो महादंगल में बिहार के विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के बयान पर चर्चा हुई। चुनाव आयोग के सूत्रों के हवाले से खबर आई थी कि बिहार की वोटर लिस्ट में बड़ी संख्या में बांग्लादेशी, रोहिंग्या और नेपाली शामिल हैं। इस पर तेजस्वी यादव ने सूत्र की तुलना मूत्र से की। उन्होंने अपने बयान को दोहराया भी। बीजेपी और जेडीयू ने तेजस्वी यादव की भाषा को ‘भाषाई लम्पटीकरण’ बताया। बहस में यह सवाल उठा कि क्या चुनाव आयोग के सूत्रों का दावा सही है और आयोग खुद सामने आकर बयान क्यों नहीं देता। एक वक्ता ने कहा कि ‘कॉन्स्टिट्यूशनल बॉडी खुद ऑन रिकॉर्ड की बात नहीं कह रही है’। यह भी मुद्दा उठा कि यदि वोटर लिस्ट में घुसपैठिए हैं, तो उसी लिस्ट से हुए पिछले चुनाव, जिसमें प्रधानमंत्री भी चुने गए, की वैधता पर सवाल उठता है। आरजेडी के 2020 में सबसे बड़ी पार्टी बनने का भी जिक्र हुआ, जब चुनाव आयोग ने ही चुनाव कराए थे। यह भी चर्चा हुई कि क्या तेजस्वी यादव मीडिया के खिलाफ अभियान चला रहे हैं।
Tejashwi Yadav के ‘सूत्र-मूत्र’ बयान पर सियासी घमासान, छिड़ गई बहस! Bihar Election 2025
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