Udaipur Files Controversy: फिल्म उदयपुर फाइल्स का विरोध का विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है. अब पूर्व सांसद और सपा नेता डॉ एस टी हसन ने भी उदयपुर फाइल्स का विरोध किया है. एसटी हसन ने कहा है कि देश की फ़िल्म इंडस्ट्री भी अब राजनीतिक हो चुकी है, भाजपा को लाभ पहुंचाने के लिए वोटों का धुर्वीकरण करने के लिए इस तरह की फिल्में बनाई जा रही हैं. उदयपुर की घटना पर फ़िल्म बनाने वालों को मोब्लिंचिंग पर भी फ़िल्म बनाना चाहिये थी. एक टेलर की हत्या पर फ़िल्म बनाई तो जिन मुसलमानों की गाय के नाम पर मोब्लिंचिंग कर दी गयी उन पर भी फ़िल्म बनाते.
एसटी हसन ने कहा कि, हम पैगम्बरे इस्लाम की शान में कोई भी गुस्ताखी बर्दाश्त नहीं कर सकते, इस फ़िल्म उदयपुर फाइल्स पर रोक लगनी चाहिए. इस फ़िल्म से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी देश की छवि खराब होगी. जमीयत उलेमा ए हिन्द ने फ़िल्म पर रोक की जो मांग की है, मैं उसका समर्थन करता हूं.
बीजेपी के लिए काम कर चुनाव आयोग- एसटी हसन सपा नेता व पूर्व सांसद डॉक्टर एसटी हसन ने बिहार में मतदाता सूची को लेकर कहा कि चुनाव आयोग भाजपा के कार्यकर्ता के रूप में काम कर रहा है. बिहार में भाजपा को चुनाव जिताने के लिए चुनाव आयोग काम कर रहा है. वह भाजपा का एक हिस्सा बन गया है.
अंजुमन इंतजामिया मसाजिद कमेटी ने की रोक की मांगवहीं अंजुमन इंतजामिया मसाजिद वाराणसी की तरफ से भी फिल्म उदयपुर फाइल्स को लेकर गंभीर चिंता जताई गई है. शहर-ए-मुफ्ती अब्दुल बातिन नोमानी की ओर से कहा गया है कि यह सांप्रदायिक सौहार्द व शांति व्यवस्था का उल्लंघन करने वाली फिल्म है और इसके प्रदर्शन पर रोक लगना चाहिए.
फिल्म पर रोक लगाने की मांग को लेकर वाराणसी जिला प्रशासन और वाराणसी पुलिस प्रशासन को अंजुमन इंतजामिया मसाजिद के सचिव अब्दुल बातिन नोमानी की तरफ से ज्ञापन दिया गया है. यह फिल्म शुक्रवार 11 जुलाई 2025 को रिलीज होने जा रही है. हालांकि इस फिल्म का ट्रेलर रिलीज हो चुका है और फिल्म उदयपुर फाइल्स को लेकर दर्शकों की अलग-अलग प्रतिक्रियाएं देखी जा रही है.
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Udaipur Files: उदयपुर फाइल्स पर नहीं थम रही कंट्रोवर्सी, सपा नेता एसटी हसन ने की कर दी बड़ी मांग
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