UP: गोरखपुर में 120 करोड़ का निवेश, 300 से ज्यादा नौकरियां, तैयार है यूपी का पहला प्लास्टिक पार्क

by Carbonmedia
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गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण के सेक्टर 28 में प्रदेश का पहला प्लास्टिक पार्क आकार लेने लगा है. यहां प्लास्टिक उत्पाद बनाने वाली तीन यूनिट्स लोकार्पण के लिए बनकर तैयार हैं. इन तीनों यूनिट्स में कुल मिलाकर करीब 120 करोड़ रुपये का निवेश हुआ है और इससे 300 से अधिक लोगों को रोजगार मिला है. रोड कनेक्टिविटी के लिहाज से योगी सरकार के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के समीप होने से प्लास्टिक पार्क परियोजना निवेशकों को खासा पसंद आ रहा है. यहां 60 से अधिक भूखंड आवंटित हो चुके हैं. 
प्लास्टिक पार्क, प्लास्टिक उत्पादों से जुड़ी इकाइयों को को एक क्लस्टर के रूप में विकसित करने की विशेष परियोजना है. केंद्र सरकार के रसायन एवं पेट्रो-केमिकल्स विभाग ने प्लास्टिक के विश्व व्यापार में भारत की साझेदारी को बढ़ाने एवं क्लस्टर विकास के माध्यम से प्लास्टिक पार्क योजना विकसित की है. इस योजना के तहत देश भर में 10 प्लास्टिक पार्कों को केंद्र सरकार द्वारा मंजूरी दी गई है. इसी योजना के तहत उत्तर प्रदेश का पहला प्लास्टिक पार्क गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के किनारे गीडा द्वारा अधिग्रहित ग्राम नरकटहा की 88 एकड़ भूमि पर बसाया गया है. गीडा में केंद्र सरकार द्वारा स्वीकृत प्लास्टिक पार्क परियोजना की कुल लागत 69.58 करोड़ रुपए है. लागत का 25 प्रतिशत अनुदान केंद्र सरकार द्वारा वहन किया जा रहा है. 
92 इकाइयां हो रहीं विकसित
गीडा में विकसित हो रहे इस परियोजना में 92 प्लास्टिक उत्पाद की इकाइयों हेतु विभिन्न क्षेत्रफल के आवंटन हेतु उपलब्ध भूखंडों में से पांच दर्जन से अधिक भूखंडों का आवंटन किया जा चुका है. शेष बचे 31 भूखंडों के आवंटन के लिए भी प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. उद्यमियों के रुझान एवं दो वर्षों में ही आवंटन के दृष्टिगत यह भारत की सर्वाधिक सफल प्लास्टिक पार्क परियोजनाओं में से एक सिद्ध हुआ है. प्लास्टिक पार्क में मूलभूत अवस्थापना सुविधाओं (सिविल एवं विद्युत) के विकास के तहत सीसी रोड, आरसीसी ड्रेन-कलवर्ट, चारदीवारी, बिजली घर का निर्माण कार्य पूर्ण है.
एक यूनिट में कम शुरू
गीडा की मुख्य कार्यपालक अधिकारी अनुज मलिक बताती हैं कि प्लास्टिक पार्क में कुछ यूनिट्स में उत्पादन भी शुरू हो चुका है. इन्हीं उत्पादनरत कंपनियों में से 120 करोड़ रुपये के निवेश की तीन इकाइयों का लोकार्पण जल्द ही किया जाना प्रस्तावित है. इसमें प्लास्टिक पैकेंजिंग की प्रमुख कंपनी टेक्नोप्लास्ट पैकेंजिंग प्राइवेट लिमिटेड है. इस कंपनी ने 20 हजार वर्गमीटर क्षेत्रफल का भूखंड लेकर 96 करोड़ रुपये का निवेश किया है. दो वर्ष में ही काम पूरा होने के बाद यहां वाणिज्यिक उत्पादन प्रारम्भ हो गया है. इस यूनिट में 250 लोगों को रोजगार मिला है. 
इसके अलावा गीडा द्वारा प्लास्टिक पार्क में ओम फ्लैक्स इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड को 4150 वर्गमीटर जमीन का आवंटन प्लास्टिक पाइप्स उत्पादन के लिए किया गया है. ओम फ्लैक्स द्वारा 17.00 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है, जिसमें प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रुप से 50 लोगों को रोजगार की प्राप्ति हुई है. साथ ही गजानन पॉली प्लास्ट ने 1196.00 वर्गमीटर जमीन लेकर 7 करोड़ रुपये के निवेश से यूनिट की स्थापना की है. इसमें 25 लोगों को रोजगार मिला है. 
बनेगा सीपेट का स्किल ट्रेनिंग सेंटर
प्लास्टिक पार्क में केंद्रीय पेट्रोकेमिकल्स इंजीनियरिंग एवं तकनीकी संस्थान (सीपेट) द्वारा 16 करोड़ रुपये की लागत से स्किल ट्रेनिंग सेंटर और कामन फैसिलिटी सेंटर बनाया जाना है. इसके लिए गीडा द्वारा सीपेट को पांच एकड़ भूमि निशुल्क दी गई है. यहां सीपेट द्वारा प्लास्टिक उद्योग में कौशल विकास एवं सेवायोजन हेतु प्रशिक्षण दिया जायेगा.

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