UP News: वाराणसी में बीते दिनों बढ़ते गंगा के जलस्तर की वजह से अब तटवर्ती क्षेत्र और घाटों के आपसी संपर्क पर असर पड़ता देखा जा रहा है. प्राप्त जानकारी के अनुसार वाराणसी के कुछ घाटों का आपसी संपर्क टूट चुका है. हालांकि काशी वालों के लिए एक राहत की खबर यह है की गंगा के जलस्तर में रिपोर्ट मिलने तक स्थिरता देखी जा रही है. बीते दिनों वाराणसी में गंगा का जलस्तर 5 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा था.
वाराणसी गंगा घाट के नाविक समाज की तरफ से शंभू साहनी ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत में बताया कि बीते चार दिनों में बढ़ते गंगा जलस्तर की वजह से गंगा के तटवर्ती क्षेत्रों पर खासतौर पर असर देखने को मिला है. जहां एक तरफ़ घाट के छोटे मंदिर पूरी तरह जलमग्न हो चुके हैं, वहीं दूसरी तरफ मान मंदिर घाट और डोमराज घाट सहित अन्य घाट का आपसी संपर्क टूट चुका है. जिसकी वजह से यात्रियों को एक घाट से दूसरे घाट जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि राहत की बात यह है की गंगा का जलस्तर वर्तमान समय में स्थिर देखा जा रहा है.
जलस्तर बढ़ा तो बदला शवदाह स्थल
वाराणसी के दो प्रमुख घाट मणिकर्णिका घाट और हरिश्चंद्र घाट पर अंतिम संस्कार की प्रक्रिया संपन्न कराई जाती है. खासतौर पर यहां जनपद के साथ-साथ दूसरे शहरों से भी लोग अपने परिजनों के शवदाह के लिए पहुंचते हैं. वहीं बढ़ते जलस्तर की वजह से गंगा के पास में होने वाले शवदाह स्थल को बदलकर सीढ़ियों के ऊपर किया जा रहा है. आमतौर पर लगभग हर वर्ष गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी के बाद लोग स्थान परिवर्तन कर घाट के सीढ़ियों और ऊपरी सतह पर शवदाह करते हैं.
बढ़ते जलस्तर को लेकर प्रशासन ने निचले इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया है. साथ ही लोगों को भी सतर्क रहने को कहा है.
UP: वाराणसी में गंगा का कहर, कई घाटों का संपर्क टूटा, मंदिर जलमग्न
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