UP: सिद्धार्थनगर में प्रशासन की बड़ी कार्रवाई, 105 साल पुरानी फागू शाह की मजार पर चला बुलडोजर

by Carbonmedia
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उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थ नगर जिले में एक मजार को जिला प्रशासन ने बुलडोजर की कार्रवाई करते हुए जमीदोज़ कर दिया. इस दौरान मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल, अपर पुलिस अधीक्षक, एडीएम मौजूद रहे. ये करवाई डुमरियागंज तहसील के 105 साल पुराने फागू शाह की मजार पर की गई. प्रशासन का दावा है कि यह मजार चारागाह की जमीन पर अवैध तरीके से बनाई गई थी. जिसके बाद ये कार्रवाई की गई है. वहीं सपा नेता माता प्रसाद पांडे ने प्रदेश सरकार पर मुसलमानों का उत्पीड़न करने का आरोप लगाया. 
दरअसल डुमरियागंज के पूर्व भाजपा विधायक राघवेंद्र सिंह ने इस मजार को लेकर प्रशासन से शिकायत की थी. जिसको संज्ञान में लेते हुए यह कार्रवाई की गई. फागू शाह बाबा की मजार 105 साल पुरानी बताई जा रही है. जहां हर गुरुवार को भव्य मेले का आयोजन होता था. मंगलवार को प्रशासन ने फागू बाबा की मजार को सरकारी जमीन पर अवैध निर्माण मानते हुए बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया. 
105 साल पुरानी मजार को ध्वस्त कियाप्रशासन की गई इस कार्रवाई से स्थानीय मुस्लिम समुदाय में काफी आक्रोश है उनका कहना है कि सालों से हर समुदाय के लोग मज़ार पर अपनी मन्नत मांगते थे और उनकी मन्नतें भी पूरी होती थी. लेकिन, शासन ने धार्मिक उन्माद फैलाने की नीयत से सत्ता का दुरुपयोग कर ये कार्रवाई की है. इस मामले पर अब सियासत भी शुरू हो गई है. 
यूपी विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माताप्रसाद पांडेय कहा कि फागू बाबा की मजार सैकड़ों साल पुरानी थी. यहां उन्होंने अपनी निधि से लोगों के बैठने और रहने के लिए रैन बसेरे का निर्माण करवाया था. मजार पर हिंदू और मुस्लिम सभी आते थे. यह हिंदू और मुस्लिम एकता का प्रतीक माना जाता था. उन्होंने कहा कि वो इस मामले को वह विधानसभा में उठाएंगे और इसकी लड़ाई सुप्रीम कोर्ट तक लड़ेंगे.
शिकायत के बाद प्रशासन ने की कार्रवाईइस मजार की शिकायत करने वाले पूर्व विधायक और हिंदू युवा वाहिनी के प्रदेश प्रभारी राघवेंद्र प्रताप सिंह ने मजार के गिराए जाने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि आज इस मजार के ध्वस्तीकरण के बाद मौलाना और मौलवियों के पाखंड से यहां के लोगों को छुटकारा मिल गया. मजार की आड़ में यहां बहुत से गलत काम होते थे. अवैध तरीके से बनाई गई इस मजार पर जो कार्रवाई की गई है उसका वह समर्थन और सराहना करते हैं. 
इस मामले में जिलाधिकारी राजा गणपति आर ने बताया कि 105 साल पुराने मजार को कानूनी प्रक्रिया अपनाते ध्वस्त किया गया है. ये मजार सरकारी जमीन पर बनी थी, कानूनी प्रकिया अपनाते हुए पहले नोटिस दिया गया था जिसके बाद ये कार्रवाई की गई है. मौके पर शांति व्यवस्था क़ायम है.
इनपुट: चन्दन कुमार श्रीवास्तव 

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