Mau Bypoll Election: हेट स्पीच मामले में दो साल की सजा मिलने के बाद सुभासपा नेता अब्बास अंसारी की विधायकी खत्म हो गई है. जिसके बाद यूपी की मऊ विधानसभा सीट खाली हो गई है. नियमों के हिसाब से इस सीट पर छह महीने के भीतर उपचुनाव कराए जाएंगे. दिलचस्प बात ये है कि इस सीट पर 27 सालों से अंसारी परिवार का कब्जा रहा है. ये पहली बार है जब अंसारी परिवार के कब्जे वाली सीट पर उपचुनाव होगा.
पूर्वांचल के बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी साल 2022 में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी से चुनाव जीतकर पहली बार विधायक बने थे. इसी चुनाव के दौरान उन्होंने मंच से विवादित बयान दिया, जिसके इस मामले में शिकायत दर्ज की गई थी. कोर्ट ने इस मामले में उन्हें दो साल की सजा सुनाई है. सजा सुनाने के 24 घंटे के अंदर विधानसभा सचिवालय की ओर से उनकी विधायकी रद्द किए जाने की अधिसूचना भी जारी कर दी गई.
मऊ उपचुनाव में किसके सिर बंधेगा जीत का सेहरा
पिछले दो सालों में ये दूसरी बार है जब जिले की किसी सीट पर उपचुनाव होगा. इससे पहले मऊ की घोसी विधानसभा सीट पर भी सपा विधायक दारा सिंह चौहान के इस्तीफा देने के बाद उपचुनाव कराए गए थे और अब अब्बास अंसारी मऊ सदर सीट पर उपचुनाव होंगे. इस सीट पर 27 सालों से अंसारी परिवार की कब्जा रहा है. 1996 से 2017 मुख्तार अंसारी अलग-अलग राजनीतिक दलों से चुनाव जीतते रहे. जिसके बाद 2022 में अब्बास अंसारी ने सुभासपा-सपा गठबंधन से चुनाव जीता.
ऐसे में इस सीट पर अब कौन काबिज होगा इसे लेकर सोशल मीडिया पर चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है. मऊ सदर सीट पर उपचुनाव होते हैं तो किसके सिर पर जीत का सेहरा बंधेगा ये देखना बेहद दिलचस्प होगा. ये सीट मुस्लिम बहुल सीट रही है ऐसे में आज तक बीजेपी को यहां जीत नहीं मिल पाई है. वहीं सुभासपा ने इस सीट के लिए अभी से बैटिंग करना शुरू कर दिया है. राजभर ने कहा कि अब्बास सुभासपा से विधायक थे ऐसे में इस सीट पर उन्हें ही चुनाव लड़ने का मौका मिलना चाहिए.
अब्बास अंसारी की सीट पर कौन लड़ेगा? BJP या सुभासपा! ओपी राजभर ने कर दिया बड़ा दावा