उत्तर प्रदेश में बीते कई दिनों से उमस और गर्मी से राहत देने के लिए बादलों ने रफ़्तार पकड़ ली है. मौसम विज्ञान विभाग ने अगले 24 घंटों में प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश, तेज हवाओं और बिजली गिरने की चेतावनी जारी की है. मौसम विभाग ने 55 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जिसमें लखनऊ, मऊ, गोरखपुर, बलिया, वाराणसी, सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, कुशीनगर, देवरिया, संत कबीर नगर, बस्ती, सीतापुर, बाराबंकी, बहराइच, गोंडा, श्रावस्ती, लखीमपुर खीरी, हरदोई, और मुरादाबाद जैसे जिले शामिल हैं.
मौसम विभाग के मुताबिक अगले 24 घंटों में उत्तर प्रदेश के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है. लखनऊ और आसपास के क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश होगी, जबकि पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश (64.5 मिमी से 115.5 मिमी) की चेतावनी है. तेज हवाएं (30-55 किमी/घंटा) और गरज-चमक के साथ बिजली गिरने का खतरा भी बना हुआ है.
जलभराव और बाढ़ का खतरा
प्रदेश में हाल के दिनों में हुई भारी बारिश के कारण कई नदियां, जैसे गंगा, यमुना, रामगंगा, गोमती, शारदा, और राप्ती, खतरे के निशान के करीब बह रही हैं. बहराइच, बलरामपुर, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, बाराबंकी, गोंडा, और श्रावस्ती जैसे उत्तरी जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन सकते हैं. निचले इलाकों में जलभराव की समस्या गंभीर हो सकती है, जिससे सड़कों पर यातायात बाधित होने और अंडरपास बंद होने की आशंका है.
इसके साथ ही पिछले 24 घंटों में मुरादाबाद (270 मिमी), संभल (210 मिमी), हरदोई (170 मिमी), और बाराबंकी (320 मिमी) जैसे जिलों में भारी बारिश दर्ज की गई, जिसके कारण कई गांवों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि शहरी क्षेत्रों में जलभराव, ग्रामीण क्षेत्रों में फसलों को नुकसान, और कच्ची सड़कों को क्षति हो सकती है.
प्रभावित जिले और अलर्ट
IMD ने निम्नलिखित जिलों के लिए विशेष अलर्ट जारी किया है:
पूर्वी उत्तर प्रदेश: सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, भदोही, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, संत कबीर नगर, कुशीनगर, अम्बेडकर नगर.
पश्चिमी उत्तर प्रदेश: मुरादाबाद, संभल, हरदोई, सीतापुर, बाराबंकी, बहराइच, गोंडा, श्रावस्ती, लखीमपुर खीरी, सहारनपुर, मेरठ, नजीबाबाद.
मध्य उत्तर प्रदेश: लखनऊ, कानपुर, कासगंज, हा्थरस.
इन जिलों में भारी बारिश के साथ-साथ बिजली गिरने और तेज हवाओं का खतरा है.
प्रशासन की तैयारियां
मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए सभी जिलों में प्रशासन ने निपटने के लिए इंतजाम किए हैं. SDRF के साथ ही अधिकारियों से भी नदियों के किनारे निगरानी के निर्देश हैं. खासकर तराई वाले इलाकों में बाढ़ खासा तबाही हर साल मचाती है. इसलिए कम से कम नुकसान हो इसके लिए प्रशासन अलर्ट है.