Chandigarh News: चंडीगढ़ के सेक्टर-49 की शांत गलियों में हर सुबह 6 बजे एक 88 साल के रिटायर्ड पुलिस अधिकारी इंदर जीत सिंह सिद्धू ने अपनी सेवा का नया अध्याय शुरू किया है. उम्र भले ही ढल चुकी हो, लेकिन उनकी ऊर्जा और समर्पण अब भी गजब का है. वह गली-गली जाकर कूड़ा बीनते हैं. उनकी इस सेवा का वीडियो खुद बिजनेसमैन आनंद महिंद्रा ने शेयर किया है.
खुद क्यों उठाया सफाई का जिम्मा?
हाथ में केवल एक पुरानी साइकिल गाड़ी और मन में सेवा की भावना लेकर इंदर जीत सिंह सिद्धू धीरे-धीरे चलते हुए सड़क किनारे फैले कचरे को उठाते हैं. यह उनका रोज का नियम बन गया है. वे कहते हैं कि चंडीगढ़ की स्वच्छ सर्वेक्षण लिस्ट में शहर को मिला ‘कम रैंक’ उन्हें अच्छा नहीं लगा. लेकिन शिकायत करने के बजाय उन्होंने खुद सफाई की जिम्मेदारी उठाई.
This clip which was shared with me is about Shri Inder Jit Singh Sidhu of Chandigarh. Apparently, every morning at 6 AM, in the quiet streets of Chandigarh’s sector 49, this 88-year-old retired police officer begins his day in service.Armed with nothing but a cycle cart and… pic.twitter.com/pkDlptoY8f
— anand mahindra (@anandmahindra) July 22, 2025
उनके लिए यह काम केवल कचरा साफ करने का नहीं है, बल्कि यह उनके जीवन का उद्देश्य है. हर कूड़े के टुकड़े को हटाना उनके लिए एक संदेश है कि हम सभी मिलकर अपने शहर को बेहतर बना सकते हैं. वे मानते हैं कि जीवन में उम्र से ज्यादा महत्वपूर्ण सेवा की भावना होती है.
सफाई करके समाज को पुलिस अधिकारी ने दी नई मिसाल
आम लोग अक्सर मानते हैं कि सेवा या बदलाव की शुरुआत केवल युवा कर सकते हैं. लेकिन यह बुजुर्ग अपने काम से साबित कर रहे हैं कि सेवा और समर्पण की कोई उम्र नहीं होती. उनकी धीमी लेकिन लगातार चलने वाली कदमों की आहट हमें सिखाती है कि “उद्देश्य कभी रिटायर नहीं होता.”
उनके इस कार्य ने आसपास के लोगों को भी प्रेरित किया है. कई लोग उन्हें देखकर अपने घरों और गली-मोहल्लों की सफाई में ध्यान देने लगे हैं. वे किसी पहचान या इनाम के लिए यह काम नहीं कर रहे, बल्कि यह उनके लिए जीवन जीने का तरीका बन गया है. आज के समय में जब लोग अपने फायदे और सुविधा के बारे में सोचते हैं, ऐसे में उनका यह निःस्वार्थ सेवा भाव समाज के लिए एक मिसाल है.
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