बिहार में वोटर लिस्ट की समीक्षा प्रक्रिया तेजी से जारी है, जिसकी अंतिम तिथि 25 जुलाई है। इस दौरान चुनाव आयोग के सूत्रों ने बताया है कि मतदाता सूची में बांग्लादेश, म्यांमार और नेपाल के कुछ विदेशी नागरिकों के नाम पाए गए हैं। इस खबर पर राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने ‘सूत्र’ को ‘मूत्र’ बताकर पत्रकारिता पर सवाल उठाए, जिससे बिहार की राजनीति में नया विवाद खड़ा हो गया है। सत्ताधारी गठबंधन ने इसे पत्रकारिता का अपमान बताया, जबकि महागठबंधन ने चुनाव आयोग पर सवाल उठाए। तेजस्वी यादव ने कहा, “सूत्र को मूत्र नहीं बोला जाए, जो झूठा अफवाह फैलाता है तो मूत्र के बराबर है ना वेस्टेज है वेस्ट ही है ना?” एबीपी न्यूज़ ने इस मामले की पड़ताल की और बिहार का ओपिनियन पोल भी किया। पत्रकारिता में ‘सूत्र’ खबर का मजबूत स्रोत होता है, जिसकी जानकारी क्रॉस चेक की जाती है। एबीपी न्यूज़ ने अतीत में सूत्रों के हवाले से नीतीश कुमार के राजनीतिक बदलाव और नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री उम्मीदवार बनने जैसी कई सटीक खबरें दी हैं। चारा घोटाले की खबर भी सूत्रों से ही आई थी। मौजूदा प्रक्रिया में 35 लाख से अधिक वोटरों के नाम कटने की संभावना है। चुनाव आयोग को इस संवेदनशील मुद्दे पर जनता के सामने आकर स्पष्टता से जवाब देना चाहिए।
Voter List Controversy: वोटर लिस्ट विवाद, तेजस्वी का ‘सूत्र’ पर ‘मूत्र’ बयान | Bihar Election 2025
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