Chhindwara News: मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा सांसद विवेक बंटी साहू का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वे पदयात्रा के दौरान कार्यकर्ताओं से अपने पैर धुलवाते नजर आ रहे हैं. यह घटना नवेगांव के तालखमरा गांव की बताई जा रही है, जहां सांसद साहू 54 किलोमीटर की पदयात्रा के दौरान पहुंचे थे.
कार्यक्रम के दौरान मंडल अध्यक्ष सोनू यादव सहित अन्य कार्यकर्ताओं ने सांसद साहू के पैर धोए और तौलिए से पोंछे. यह दृश्य कैमरे में कैद हो गया और कुछ ही देर में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. वीडियो सामने आने के बाद कांग्रेस ने बीजेपी पर निशाना साधा है. कांग्रेस नेता पीयूष बाबेले ने कहा कि बीजेपी के नेता खुद को भगवान समझने लगे हैं और जनता को गुलाम. उन्होंने इसे अहंकार की पराकाष्ठा बताते हुए माफी की मांग की है.
भाजपा @BJP4MP वाले अब ख़ुद को डायरेक्ट भगवान समझ रहे हैं। छिंदवाड़ा से बीजेपी सांसद विवेक बंटी साहू जनता से अपने पाँव पखारने का काम करा रहे हैं।भाजपा में अब जनसेवक नहीं जनता को ग़ुलाम समझने वाले नेताओं की भरमार है।@vdsharmabjp और @JPNadda जी बताएँगे यह कौन से संस्कार है? pic.twitter.com/dUdAO9mfSs
— Piyush Babele||पीयूष बबेले (@BabelePiyush) June 9, 2025
बीजेपी ने दी ये सफाईवहीं बीजेपी की ओर से मंडल अध्यक्ष सोनू यादव ने सफाई दी कि सांसद ने पैर धुलवाने से मना किया था, लेकिन कार्यकर्ताओं ने सम्मान स्वरूप ऐसा किया. इसे परंपरा का हिस्सा बताया गया है. इस मामले को लेकर दोनों दलों में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है और वीडियो अब राजनीतिक विवाद का विषय बन गया है.
‘कार्यकर्ताओं के लिए फांसी भी मंजूर’सांसद बंटी विवेक साहू ने कहा कि वे छिंदवाड़ा और कार्यकर्ताओं के सम्मान व विकास के लिए फांसी पर चढ़ने को भी तैयार हैं. उन्होंने बताया कि सांसद बनने के बाद एक दिन भी आराम नहीं किया, बल्कि लगातार जनसेवा और विकास में जुटे हैं.
‘लोगों को भ्रमित कर रही कांग्रेस’साहू ने कहा कि कांग्रेस झूठ फैलाकर लोगों को भ्रमित कर रही है. उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में छिंदवाड़ा-पांढुरना में ऐतिहासिक विकास का दावा किया. रेल, सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य, सिंचाई और खेल के क्षेत्र में कई योजनाएं लागू की गईं. सांसद ने दावा किया कि उन्होंने आदिवासी समाज के सम्मान और धार्मिक आस्था को भी प्राथमिकता दी है.
की 100 किमी से ज्यादा की पदयात्राउन्होंने कहा कि ‘मेरा गांव, मेरा सांसद’ अभियान के तहत उन्होंने 100 किमी से अधिक पदयात्रा की, 40 से अधिक गांवों का दौरा किया और 80,000 से अधिक मरीजों का मुफ्त इलाज कराया. 68 स्वास्थ्य केंद्रों को मंजूरी दिलाई गई.