UP News: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में कांवड़ यात्रा शुरू होने से पहले हंगामा हो गया. एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो में दिखाई दे रहा है कि कुछ हिंदू संगठन के लोग एक ढाबे में पहुंचे और ढाबे में काम कर रहे कर्मचारियों से आधार कार्ड मांगने लगे, लेकिन वहां के स्टाफ ने आधार कार्ड दिखाने से मना कर दिया. जिसके बाद ढाबे पर लगे बारकोड को स्कैन किया गया. उसके बाद ढाबे मालिक का नाम मुस्लिम आया, फिर हंगामा शुरू हो गया.
कावड़ मार्ग पर चलाया पहचान अभियान
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में कावड़ मेले को लेकर कावड़ मार्ग पर पहचान अभियान चलाया जा रहा है. इस अभियान की शुरुआत स्वामी यशवीर जी महाराज ने की. इसमें दिल्ली देहरादून हाइवे 58 पर पड़ने वाले सभी रेस्टोरेंट, ढाबे और दुकानों की पहचान की जा रही है. इसी बीच रविवार को एक टीम पंडित जी वैष्णव ढाबे पहुंची. जहां पूछताछ शुरू की गई.
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पूछताछ में टीम ने जब ढाबे के कर्मचारियों से आधार कार्ड मांगा. जैसा कि वीडियो में दिखाया गया है, तो उन्होंने आधार कार्ड देने से मना कर दिया. जिससे टीम को उन पर शक हुआ तो उन्होंने ढाबे पर लगे बारकोड को स्कैन किया जिससे उन्हें ढाबे के मालिक का पता चला जो एक मुस्लिम समुदाय से है. जिसके बाद होटल में हंगामा शुरू हो गया. इस हंगामे के दौरान सनातनी टीम पर आरोप लगाया गया कि ढाबे के एक कर्मचारी को जबरन कमरे में ले जाकर उसके पेंट उतरवाने की कोशिश की गई.
पहचान छिपाने से पुलिस को दी जायेगी जानकारी
हंगामे के बाद मामले की जानकारी पुलिस को दी गई. तो वहां की स्थानीय पुलिस पहुंची और मामले को शांत करवाया. जिसके बाद महाराज जी ने एक वीडियो जारी किया और कहा कि अगर कोई अपनी पहचान छिपाकर दुकान, ढाबा और रेस्टोरेंट चलाता है तो खुद न जाकर इसकी जानकारी पुलिस को दी. प्रशासन ने स्पष्ट किया कि किसी भी तरह की अव्यवस्था या कानून तोड़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
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