हरियाणा के अंबाला में लोगों को अब आसानी से पौधे उपलब्ध हो सकेंगे, क्योंकि घर बैठे ही नर्सरियों का हाल जाना जा सकेगा। इसके लिए वन विभाग की ओर से यह सुविधा ऑनलाइन कर दी गई है। इसके जरिये पूरी जानकारी मिल सकेगी। दरअसल, क्षेत्र में मानसून की बारिश शुरू होते ही पौधारोपण अभियान शुरू हो गया है। वन विभाग के साथ ही सामाजिक संगठनों ने भी इसमें काम करने को लेकर पौधारोपण करने की तैयारी कर रहे हैं। 14.82 लाख पौधे वन विभाग रोपेगा इस अभियान में वन विभाग की तरफ से 14.82 लाख पौधे लगाए जाएंगे। इसके साथ ही सामाजिक संगठन भी इसमें पीछे रहने वाले नहीं हैं। इसके चलते ही वन विभाग ने इस बार पौधारोपण अभियान को सफल बनाने के लिए डाटा आनलाइन किया है। इसके जरिये कोई भी व्यक्ति हर नर्सरी की जानकारी और वहां उपलब्ध हर किस्म के पौधों का पता कर सकेगा। किस नर्सरी में कौन से पौधे हैं, इसकी जानकारी आसानी से मिल जाएगी। तीन रेंज में 12 नर्सरी तैयार की वन विभाग की ओर से जिला की तीन रेंज में 12 नर्सरी तैयार की हैं। जिनमें से संगठन समेत अन्य लोग भी पौधे ले सकते हैं। इनमें काफी लोग अपनी जेब खर्ची से भी पौधे लगाते हैं। वन विभाग की ओर से स्कूलों को भी पौधे मुफ्त दिए जाएंगे। इसके साथ पंचायतों की ओर से भी पौधरोपण कराया जाएगा। पंचायतों को जल शक्ति अभियान के तहत पौधे बांटे जाएंगे। 2016 के बाद से अब तक अंबाला कैथल हाईवे के निर्माण के दौरान कई हजार पेड़ काटे जा चुके हैं। जबकि इन सालों में इन जगहों के पास इतने पेड़ तैयार नहीं हो पाए हैं। इन 12 नर्सरियों में तैयार किए पौधे क्षेत्र में वन विभाग की 12 नर्सरी हैं। इनमें पौधे तैयार हो चुके हैं। अंबाला रेंज में जनसुई, नसीरपुर और रामपुर हैं। नारायणगढ़ रेंज में बड़ागढ़, छोटी बस्सी, काठे माजरा, कोहड़ा भूरा और मानकपुर हैं। साहा रेंज में अधोया, गगनहेड़ी, साहा और सोहाना में नर्सरी हैं। वन विभाग की तैयारी वन विभाग इस साल अलग श्रेणी में, जिनमें एग्रो फोरेटरी के चलते किसानों की जमीन पर 2 लाख 31 हजार पौधे लगाएगा। शहरी क्षेत्र में सड़कों के किनारे ग्रीन बेल्ट पर 1250 पौधे लगाए जाने की प्लानिंग की गई है। आरडीएफ स्कीम यानि सरकारी जमीन पर साढ़े 28 हजार पौधे लगाए जाएंगे। वहीं, 930 हेक्टेयर में 9 लाख 82 हजार 250 पौधे लगाने की तैयारी की जा रही है।
अंबाला में अब आसानी से उपलब्ध होंगे पौधे:वन विभाग ने शुरू की तैयारी, 14.82 लाख लगाने का लक्ष्य; सामाजिक संस्था भी होंगी साथ
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